कल्कि अवतार कौन है? कब होगा कल्कि अवतार? क्या है पूरा रहस्य !
हिंदू धर्मग्रंथो में इसबात का वर्रण मिलता हे की जब जब धरती पर पाप और अन्याय बढ़ा हे
तबतब भगवान् विष्णु किसी न किसी रूप में पापियों का विनास करने के लये प्रकट हुए हे
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, कलियुग में मानवता का पतन हो जाएगा, लोगों का व्यक्तित्व दोहरा होगा, लोगों के कर्मों और दिखावे में काफी फर्क होगा.रिश्ते अपना मान खो देंगे और एक दूसरे का सम्मान केवल दिखावे मात्र ही रह जाएगा.
तबतब भगवान् विष्णु किसी न किसी रूप में पापियों का विनास करने के लये प्रकट हुए हे
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, कलियुग में मानवता का पतन हो जाएगा, लोगों का व्यक्तित्व दोहरा होगा, लोगों के कर्मों और दिखावे में काफी फर्क होगा.रिश्ते अपना मान खो देंगे और एक दूसरे का सम्मान केवल दिखावे मात्र ही रह जाएगा.
जब मनुष्य ज्यादा मांस खाना शुरू कर देगा, बच्चे अपने बड़ों का आदर नहीं करेंगे तब यह अवतार होगा। पति और पत्नी के आपसी झगड़े बढ़ने लगेंगे, तब यह अवतार होगा।कलियुग में जब लोग धर्म का अनुसरण करना बंद कर देगे तब ये आवतार प्रकट होगा।
भविष्यवाणी हे की भगवन कल्कि का जन्म वैश्विकत्राश्दी के समय में होगा| इस वक़्त जिधर देखिये हाहाकार मचा हुआ हे| पूरी दुनिआ त्राहिमाम कर रही हे | क्या ये वैश्विक संकट उनके आने के लिए पर्याप्त नहीं हे ? कहते हे कल्कि अवतरण के समय मनुष्य बहुत छोटा हो जायेगा | और उनके सब शस्त्र अस्त्र निष्फल हो जायेगे |आज कोरोना जैसी भयानक बीमारी के आगे इंसान बहोत छोटा नजर आ रहा हे | और उसकी भारी भरखम मिसाइल्स गोलीओ से भरी बंदू के ,बड़े बड़े परमाणु बम्ब कोई काम के नहीं |
कहा जाता हे यह वो समय होगा जब मनुष्य का नैतिक पतन हो जायेगा | सब स्वार्थी बन जायेगे आज सबके सब खुद को बचाने में लगे हे |मौजूदा हालात भी इसी तरह ही इशारा कर रहे हे की आनेवाले समय में हर एक इंसान सिर्फ अपने बारे में ही सोचेगा | और किसी भी कीमत पर सिर्फ अपनी जान बचाना चाहेगा |
भगवान के जन्म से जुड़ा एक और संकेत भी दृष्टिगोचर होता हे| जैसे राम और रावण ,कृष्ण और कंश जैसे अवतारों की नाम और रासिया मिलती हे उसी प्रकार आश्चर्यजनक रूप से कल्कि और कोरोनke नाम और रासियो का संयोग मिलता हे|
कहते हे भगवन के आगमन पर प्राकृतिक चमत्कार भी होते हे | ध्यान से देखिये आज यह गगन की नीलिमा ,हवा की स्वच्छता ,नदियों का निर्मल हो जाना ,पशुओ का अभय विचरना ,पक्षिओ का लौट आना और दूर दूर से पर्वतो के दर्शन होना ये क्या किसी चमत्कार से कम हे ?मानो प्रकुति अनोखे व्यव्हार से भगवान् का स्वागत कर रही हो |
दोस्तों ये थी कलयुग से जुडी कुछ बांटे जिनके कुछ लक्षण आज हम अपने आस पास देख भी रहे हे
अभी तो शुरुआत हे जैसे जैसे कलयुग का प्रकोप बढ़ता जायेगा वैसेवैसे सारी बुराइया लोगो में आने लगेगी लेकिन जो प्रभु की भक्ति करता रहेगा वह हंमेशा सभी बुराइयों से बचा रहेगा
घोर कलयुग में वो दौर भी आएगा जब चारों और पाप ही पाप होंगे तब ऐसी विनाश कारी शक्तियो का अंत करने और निर्बलों की रक्षा करने के लिए भगवान् विष्णु कलयुग के अंतिम चरण में कल्कि अवतार लेकर पापीओ का विनाश करेंगे और सतयुग का प्रारंभ होगा |
पुराणों में यह भी कहा गया हे की धर्म के रास्ते पर चलने पर एवं हरी कीर्तन करने से ही कलयुग के प्रकोप से बच सकते हे दोस्तों ये थी कलयुग और भगवान् कल्कि की जानकारी
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