दोस्तों क्या आप नर नारायण कौन थे ? जानना चाहते हो तो आप बहुत ही अच्छी ब्लॉग पर आये है इस ब्लॉग पर नर-नारायण - अर्जुन-कृष्ण से जुड़ी हुई सभी जानकारी आपको मिल जाएगी।
24 अवतारों का क्रम निम्न है
1.आदि परषु,
2.चार सनतकुमार,
3.वराह,
4.नारद,
5.नर और नारायण,
6.कपिल,
7दत्तात्रेय,
8.याज्ञ,
9.ऋषभ,
10.पृथु,
11.मतस्य,
12.कच्छप,
13.धनवंतरी,
14.मोहिनी,
15.नृसिंह,
16.हयग्रीव,
17.वामन,
18.परशुराम,
19.व्यास,
20.राम,
21.बलराम,
22.कृष्ण,
23.बुद्ध और
24.कल्कि।
नर और नारायण - अर्जुन और कृष्ण
अर्जुन और कृष्णा महाभारत में अहम् भूमिका है. इसके माध्यम से उनके जीवन मे प्रकाश डालने का प्रयास किया गया है. कृष्णा ने भागवत गीता में अर्जुन से कहा था की वो नर और श्री कृष्ण हरी नारायण है. नर और नारायण विष्णु का रूप थे. कर्ण जो दम्भोद्भावा का रूप था जिसके 999 कवच तो नर और नारायण ने मार दिए थे लेकिन एक जो बच गया था और कर्ण के रूप में जन्म लिया था उसे मारने के लिए नर और नारायण अर्जुन और कृष्ण के रूप में आते है . यही वजह है कि अर्जुन और कृष्ण के बीच गहरी दोस्ती रहती है. नर के रूप में अर्जुन ही फिर कर्ण का वध करता है
अर्जुन ने अपने-आपको श्रीकृष्ण को समर्पित कर दिया था| अर्जुन होता हुआ भी, नहीं था, इसलिए कि उसने जो कुछ किया, अर्जुन के रूप में नहीं, श्रीकृष्ण के सेवक के रूप में किया| सेवक की चिंता स्वामी की चिंता बन जाती है|
निष्कर्ष :
दोस्तों कमेंट के माध्यम से यह बताएं कि "नर-नारायण - अर्जुन-कृष्ण" वाला यह आर्टिकल आपको कैसा लगा | आप सभी से निवेदन हे की अगर आपको हमारी पोस्ट के माध्यम से सही जानकारी मिले तो अपने जीवन में आवशयक बदलाव जरूर करे फिर भी अगर कुछ क्षति दिखे तो हमारे लिए छोड़ दे और हमे कमेंट करके जरूर बताइए ताकि हम आवश्यक बदलाव कर सके | आपका एक शेयर हमें आपके लिए नए आर्टिकल लाने के लिए प्रेरित करता है | भगवान् शिव से जुडी कथाओ के बारेमे जानने के लिए हमारे साथ जुड़े रहे धन्यवाद ! 🙏 हर हर महादेव 🙏
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