उत्करच का वध
उत्करच श्री कृष्ण के पास पहुँच कर उन्हें बैल गाड़ी से कुचल कर मारने की कोशिश करता है, परंतु श्री कृष्ण उत्करच को एक बैलगाड़ी सहित एक ठोकर मार कर मार देते हैं।नंदराय अपने गुरु शांडिल्य के पास श्री कृष्ण के भविष्य के बारे में जानने के लिए जाते हैं। गुरु शांडिल्य उन्हें बताते हैं की विष्णु रूप भगवान है। गुरु शांडिल्य श्री कृष्ण की पूजा करते हैं।
विष्णु भगवान उत्करच के पिछले जनम की कहनी सुनते हैं। गुरु शांडिल्य नंदराय को ऋषि गर्ग आचार्य के बारे में बताते हैं और उन्हें सलाह देते हैं की ऋषि गर्ग से दोनो भाई श्री कृष्ण और बलराम का बाल संस्कार करवाए और बाल संस्कार गुप्त तरीक़े से हाई होगा ये भी कहते हैं। कंस अपने गुप्तचरों को ऋषि आचार्य पर नज़र रखने के लिए भेजता है।
गुरु शांडिल्य ऋषि गर्ग मुनि श्री कृष्ण और बलराम का नामकरण करने के लिए तैयार हो जाते हैं। बलराम का नामकरण ऋषि गर्ग करते हैं।
श्रीकृष्णा, रामानंद सागर द्वारा निर्देशित एक भारतीय टेलीविजन धारावाहिक है। मूल रूप से इस श्रृंखला का दूरदर्शन पर साप्ताहिक प्रसारण किया जाता था।
यह धारावाहिक कृष्ण के जीवन से सम्बंधित कहानियों पर आधारित है। गर्ग संहिता , पद्म पुराण , ब्रह्मवैवर्त पुराण अग्नि पुराण, हरिवंश पुराण , महाभारत , भागवत पुराण , भगवद्गीता आदि पर बना धारावाहिक है सीरियल की पटकथा, स्क्रिप्ट एवं काव्य में बड़ौदा के महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग के अध्यक्ष डॉ विष्णु विराट जी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
निर्माता - रामानन्द सागर / सुभाष सागर / प्रेम सागर
Directed - Ramanand Sagar / Aanand Sagar / Moti Sagar
निर्देशक - रामानन्द सागर / आनंद सागर / मोती सागर
Chief Asst. Director - Yogee Yogindar
मुख्य सहायक निर्देशक - योगी योगिंदर
Asst. Directors - Rajendra Shukla / Sridhar Jetty / Jyoti Sagar
सहायक निर्देशक - राजेंद्र शुक्ला / सरिधर जेटी / ज्योति सागर
Screenplay & Dialogues - Ramanand Sagar
पटकथा और संवाद - संगीत - रामानन्द सागर
Camera - Avinash Satoskar
कैमरा - अविनाश सतोसकर
Music - Ravindra Jain
संगीत - रविंद्र जैन
Lyrics - Ramanand Sagar
गीत - रामानन्द सागर
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